पति को वश मे करने के उपाय
स्त्रियां अगर चंचल स्वभाव की होती हैं, तो पुरुष के मन की चंचलता भी कुछ कम तीब्रता लिए नहीं होती। वे विपरीत लिंग के प्रति स्त्रियों की तुलना में तेजी से आकर्षित हो जाते हैं। स्त्रियों का अप्रतीम सौंदर्य, भाव-भंगिमाएं और लुभावनी आदाएं पुरुषों को एक झलक में ही साम्मोहित करने के लिए काफी होती हंै। कामुकता को दर्शाने वाला ग्लैमर पुरुषों में क्षणभर के लिए ही सही यौनाकर्षण की भावना भी तुरंत आ जाती है। संभवतः यही सामान्य बात है कि पुरुष अपनी विवाहिता को छोड़कर किसी दूसरी स्त्री के प्रति बहुत जल्द आकर्षित हो जाता है।
कुछ पुरुषों को परस्त्री गमन की भी लत लग जाती है, तो कोई प्रेमिका के प्रति इस कदर दीवाने हो जाते हैं कि अपनी पत्नी और बच्चे तक को छोड़ देते हैं। जूनुनी आशिक के किस्से आए दिन सुनने को मिलते हैं। पे्रमिका के लिए तख्तोताज तक छोड़ने की भी कहानियां कम नहीं हैं। ऐसे में यदि किसी स्त्री का प्यार अपने पति या पं्रेमी से कम हो गया है तो वे यहां दिए गए तंत्र-मंत्र को आजमा सकती हैं।
आईए जानते हैं कुछ उपयोगी मंत्र और उनके प्रयोग जिनके सही इस्तेमाल से पुरुष अर्थात पति या प्रेमी को वश में किया जा सकता है। कुछ टोटके से अप्रत्याशित लाभकारी हैं। इनसे दंापत्य जीवन में पति-पत्नी के बीच आए आपसी भावनात्मक मतभेद या तनाव को दूर किया जा सकता है, तो यौन-संबंध संबंधी खामियां भी दूर की जा सकती हैं। पति को वश मे करने के उपाय या टोटके इस प्रकार हैंः-
- पति को वश में करने के लिए दिया गया मंत्र काफी उपयोगी साबित हो सकता है। मंत्र हैः- नमो महायक्षिण्यै मम पतिं भे मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा। इस मंत्र को किसी पर्व काल अर्थात शुभ घड़ी में एक हजार बार जाप कर सिद्ध करने के बाद सामान्य विधि-विधान से अपने अराध्य देव की पूजा-अर्चना के साथ प्रयोग में लाया जाता है। इनके प्रयोग से पति दूसरी औरत की ओर आकर्षित नहीं होता है। इस मंत्र के प्रयोग करने के दौरान महायक्षिण्यै शब्द के बाद उस औरत का नाम लेना होता है, जिसके प्रति उसके पति का अनैतिक आकर्षण बना हुआ है।
- अगर कोई स्त्री गुरुवार के दिन केले के रस और सिंदूर के साथ अपने निजी अंग के रक्त को मिलाए और उपरोक्त सिद्ध मंत्र को सात बार पढ़कर उसका बिंदी लगाए तब पति उसकी वश में आ जाता है। इस प्रयोग से चाहे कितनी भी भटका हुआ पति हो वह उसके वशीभूत हो आजीवन बना रहता है।
- एक अन्य मंत्र ह्रीं श्रीं क्रीं थिरिं ठः ठः अमुकं वश करोमि है। इसके प्रयोग में लाने से पहले दस हजार बार जाप कर सिद्ध किया जा सकता है। वशिकरण के मनोवांछित परिणाम की प्राप्ति के लिए अभिमंत्रित मंत्र का प्रयोग शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि को किया जाता है। मंत्र को पढ़कर पान में सुपारी रखने के बाद उसे पति को खिला देने से पति क्षण भर के लिए भी दूसरी औरत के बारे में नहीं सोंच तक नहीं पाता है।
- शुक्रवार के दिन शहद की छोटी शीशी में पति की छोटी-सी तस्वीर डालकर सोने से पहले बिस्तर के नीचे छिपा दें। ऐसा करते हुए ओम नमो कामख्या देव्याय (पति का नाम लें) मम वश्यं कुरु स्वाहाः मंत्र का कम से कम 11 बार और अधिक से अधिक 108 बार जाप करें।
- पति-पत्नी या प्रेमी-युगल के बीच प्रेम में यदि कमी आ जाए या फिर पति या प्रेमी का क्रमशः पत्नी या प्रेमिका के प्रति आकर्षण कम हो जाए। तब ऐसी स्थिति में भगवान श्रीकृष्ण को स्मरण करना लाभदायक होता है। पत्नी या प्रेमिका को चाहिए कि वह शुक्रवार के दिन अपने पति या प्रेमी के शरीर से तीन इलायची को छिपाकर स्पर्श के बाद उसे अपने परिधान के किसी हिस्से में सुरक्षित रख लंे। जैसे साड़ी के पल्लू या फिर दुपट्टे के एक छोर या रूमाल में सावधानी से बांधा जा सकता है। अगले रोज शनिवार की सुबह उस इलायची को पीसकर आहार के किसी मिठे व्यंजन में मिला दंे और पति या प्रेमी को खिला दें। ऐसा तीन शुक्रवार को करने से वशिकरण के सकारात्मक परिणाम आएंगे।
- अनार के फल, फूल, पत्ते और जड़ को सफेद अर्थात पीली सरसो के साथ पानी में पीसकर तैयार लेप को अगर कोई विवाहिता अपनी गुप्त अंग पर लेप करे तो उसका पति उसके वश में बना रहता है। यह प्रयोग किसी भी वैसी बदनसीब स्त्री के लिए लाभकारी फल प्रदान करता है, जिसका पति परस्त्री के चक्कर में पड़ा हुआ है।
- पति की पत्नी में दिलचस्पी कम होने या उसकी उपेक्षा करने की स्थिति में पत्नी को चाहिए कि वह पति के साथ ही भोजन करे। भोजन के दौरान अपनी भोजन की थाली से कुछ आहार चुपके से पति के भोजन की थाली में रख दे। ऐसा तीन-चार बार करने से ही पति का उसके प्रति भावनात्मक लगाव नए सिरे से अंकुरित होने लगता है और पति का उसके प्रति सम्मोहन बढ़ जाता है।
- गोरोचन और मासिक धर्म के रक्त को लेकर केले के रस में मिलाकर जो स्त्री तिलक लगाती है उसका पति उसके वश में सहजता से आ जाता है और किसी दूसरी स्त्री की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देखता है।
- वैदिक ज्योतिष आधारित जन्म कुंडली मंे विवाह और वैवाहिक जीवन के सुख के लिए सातवां घर महत्वपूर्ण होता है। कुंडली के इस घर मंे राहू के होने पर दांपत्य जीवन तनावपूर्ण, नीरस और अड़चनों से भरा हो सकता है। इस तरह के प्रभाव वाले व्यक्ति को 40 दिनों तक या फिर सवा महीने नारियल को बहते पानी में बहाने का टोटका आजमाना चाहिए। यह प्रयोग पति-पत्नी के बीच आपसी तालमेल बनाने वाला साबित होता है.
- कुछ जगहों पर पान और सुपारी खिलाने से भी पति को वश में किया जाता है। इस दौरान रीत के मुताबिक वधू विवाह के दिन 24 घंटे तक सुपारी अपने मुख में रखती है और उसी सूपारी को टुकड़े कर पान में रख वर को खिला दिया जाता है। यह मान्यता है कि ऐसा करने से वर-वधू के बीच आजीवन अथाह प्रेम बना रहता है और वर किसी पर स्त्री के चक्कर में नहीं पड़ता है।
- यदि आप अपने पति के किसी अन्य के साथ अनैतिक संबंध को लेकर परेशान हैं, तो साधारण तरीके से किए जानेवाले घरेलू टोटके से लाभ मिल सकता है। इसके लिए प्रतिदिन रात में कपूर जलाएं। इससे भी बात नहीं बने या फिर ऐसा करने में असमर्थ हों तो रविवार की रात पति के सोने वाले हिस्से में थोड़ सिंदूर बिखरा दें। आगले दिन सुबह नहा-धोकर देवी पार्वती का नाम लेकर उस फैले सिंदूर को अपनी मांग में भर लें।
- पति को परस्त्री से पिंड छुड़ाने और अपने वश में करने का एक उपाय प्रत्येक रविवार को घर में गूगल जलाने का भी हो सकता है। इसे श्रद्धा और विश्वास से जलाने से पहले उसे स्त्री का नाम भी लें और इश्वर से कामना करें कि उससे आपके पति के किसी भी तरह के संबंध नहीं रहे।
यदि आपका पति आपकी बात नही सुनता है और आप अपने पति को काबू में करना चाहती हो तो हमारे बताये उपाय प्रयोग में ला सकती हैं और किसी प्रबल वशीकरण के लिए हसमे संपर्क कर सकती हो |